कौनसा ज्ञान पहले ले स्कूल कॉलेज का या व्यवहारिक समाज का या फिर......... ?


 

ज्ञान के मध्यम श्रेणी की अवस्था में व्यक्ति एक साधारण सज्जन मानव की भांति व्यवहार करता है. और ज्ञान की निम्नता में दानव के समान। इस हिसाब से समझा जाए तो हर एक चीज के घटित होने में ज्ञान की जो स्केल है वही इंपॉर्टेंट  है वही सबका मेजरमेंट करती है. लेकिन सबसे खास बात यह सामने आती है फिर लोगों के सामने कि वह कौन सा ज्ञान सबसे पहले प्राप्त करें क्योंकि ज्ञान प्राप्त करने के लिए तो बहुत सारी चीज हैं बहुत सारी  केटेगरी  हैं। तो किन चीजों का ज्ञान सबसे पहले प्राप्त करें ? 

क्या आप इसका उत्तर दे सकते हैं ? अगर दे सकते हैं तो यहीं पर थोड़ा देर के लिए आप फुल स्टॉप हो जाए और सोचकर उत्तर दें, क्या आप सही उत्तर दे सकते हैं या दे पाएंगे ? अब आपने क्या सोचा  और क्या उत्तर दिया  ? यह तो आपको पता ही होगा लेकिन फिर भी यहां पर उत्तर आपको दिया जा रहा है कि ज्ञान प्राप्त करने के लिए बहुत सारे केटेगरी है  जैसे फिजिक्स का भी ज्ञान है ,मैथ का भी ज्ञान होता है ,केमिस्ट्री का भी ज्ञान है ,आर्ट का भी ज्ञान है इसी तरह कॉमर्स, बायोलॉजी, भूगोल, इतिहास, ला के विषय, हिंदी....................इत्यादि इत्यादि बहुत सारे विषयो के ज्ञान हैं ,


बहुत सारे विषयो का ज्ञान मतलब यहां बहुत सारी केटेगरी  है तो आप किस केटेगरी  में जाकर ज्ञान प्राप्त करने की कोशिश करेंगे. आप में से कुछ लोगो ने चुना होगा   कि हम हिंदी में ज्ञान सबसे पहले प्राप्त करेंगे तो किसी ने कहा होगा कि मैं मैथ में पहले ज्ञान प्राप्त करूंगा इसी तरह के बहुत सारे उत्तर अपने मन ही मन में सोचे होंगे। इस तरह के तमाम अलग -अलग प्रकार के विचार लोगो के मन में उपजे होंगे।  यहां पर यह नहीं कहा जा रहा है कि जो आपने सोचा है वह गलत है लेकिन जो आपने सोचा है वह बहुत ही ज्यादा सही  है यह भी बिल्कुल नहीं कहा जा रहा है अर्थात यह  एकदम A ग्रेड की सोच है ऐसा भी यहाँ नहीं  कहा जा रहा है।


किन्तु उपरोक्त उत्तर उतने शानदार नहीं है जितना होना चाहिए था ।  हमें ऐसा उत्तर चाहिए जो की एकदम उबार दे , अर्थात जिसके प्राप्ति के बाद कुछ पाने की इच्छा ही शेष न रहे  अर्थात उत्तर बहुत ही ज्यादा सही हो  ,जिसकी  परसेंटेज वैल्यू बहुत ही ज्यादा हाई  हो , आपने जो सोचा है वह एक और दो परसेंट की  हद तक तो सही हो सकता है लेकिन 50% के ऊपर वह सही नहीं है यानी देखा जाए तो 2% का सही होना कोई बहुत ज्यादा सही होने जैसा  नहीं है, हमें ज्यादा से ज्यादा सही उत्तर चाहिए, जो बहुत ही हाई एनर्जी डेंसिटी के साथ सही हो, तथा जिसका वोल्टेज बहुत ही तगड़ा हो , या दूसरे शब्दों में कहे तो उसकी QUALITY    4K , 8K ,16K,32K,   या इससे भी भयंकर 64K  जैसा हो,मतलब QUALITY   की मैक्सिमम लिमिट हो अर्थात एक ऐसा उत्तर जो हमारे जीवन के अस्तर को एकदम ऊपर उठा दे।   और केवल उठाये   ही नहीं बल्कि उठाकर एकदम आसमान में उड़ा दे, ताकि बार-बार जन्म लेने और बार-बार करने के झंझट से मुक्ति मिल जाए. क्योंकि जब तक मुक्ति -  मोक्ष नहीं मिलेगी तब तक हमारे  दुख की पीड़ा ख़त्म नहीं होगी , इसलिए शानदार उत्तर चाहिए ढीला - ढाला या कामचलाऊ नहीं।  


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