अगर आपने जिंदगी भर गुलछर्रे उड़ाए हैं खूब कई लड़कियों और औरतों के साथ मस्ती की है और फिर आप यह सोच रहे है की आपको सती सावित्री मिलेगी तो यह सोचना आप बिल्कुल छोड़ दीजिए क्योंकि आप जैसे रहेंगे आपको वैसे ही पत्नी मिलेगी क्योंकि भगवान किसी के साथ अन्याय करते ही नहीं कहने का मतलब अगर आप दुराचारी हैं तो आपको अच्छी पत्नी कदापि नहीं मिलेगी आपको वैसे ही दुराचारी दुष्ट औरत ही मिलेगी जैसा की आप खुद है। भले ही उसका दुराचारी स्वाभाव आप देख पाए या ना देख पाए लेकिन मिलेगी वैसी ही।
उसका दुराचार या तो फ्रंट पैनल या बैक पैनल या दोनों एंगल से drisymaan होगा . और एक दिन आप भी जानेंगे की वह कितनी दुस्ट है ,अब चाहे आप जल्दी जान जाए या देरी से जाने लेकिन जानेंगे जरूर।
शादियां होने से पहले पंडित लोग वर और वधू का गण मिलान करते हैं इस गण मिलन में यह देखा जाता है कि कहीं वर और वधु दोनों राक्षस गण के तो नहीं है. अगर वर और वधु दोनों राक्षस गण के हुए तो दोनों में शादियां तो संभव हो जाती है लेकिन शादी के बाद बड़ी प्रलयकारी स्थिति उत्पन्न होती है परिवार में ,और खूब उठा पटक चलता है परिवार में तथा जिंदगी भर चलता है यह उठा -पटक और बीच-बीच में शादी टूटने की स्थिति भी खूब उत्पन्न होती है.
अगर शादी के होने से पहले कोई औरत साफ सुथरा ( यहां साफ सुथरा का मतलब केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक भी है, जैसे हो सकता है कि शारीरिक तौर पर उस औरत ki purity na हो लेकिन अगर उसके मन में निरंतर कामवासना या दूसरे पुरुषों के बारे में keval ya jyadatar उल्टे सीधे hi विचार हमेशा चलते रहते हैं, तो भी वह पूर्णता साफ सुथरा या शुद्ध नहीं है. पूर्णता साफ सुथरा और शुद्ध होने के लिए यह जरूरी है कि शारीरिक तौर पर तो वह स्त्री शुद्ध रहे ही ,इसके अलावा वह मानसिक तौर से भी शुद्ध रहे ) ढंग से अग्नि के सामने सात फेरे लेती है, तो उसे इंसान तो क्या स्वयं देवता लोग भी आकर दर्शन देते हैं.
लेकिन कलयुग में कोई ऐसा होता ही नहीं है इसलिए देवता लोग भी दर्शन नहीं देते हैं.
और लोग बस यही कहते हैं भगवान दिखते क्यों नहीं है. क्योंकि लोग उस लायक hote ही नहीं तो वह दिखेंगे क्या ?
जो जैसा रहता है भगवान वैसा ही जोड़ा बनाते हैं. अगर आप चोर, उचक्का, आवारा ,लोफर हैं तो आपकी पत्नी भी ठीक उसी तरह होगी and vice-versa .
अगर आपकी शादी उस लड़की से हो रही है जो आवारा ,लोफर ,बदमाश है जिसे दुनिया भले ही न जानती हो लेकिन वह वास्तव में वही है तो समझिएगा कि आप भी बहुत अच्छे नहीं हैं. क्योंकि जो जैसा रहता है उसे भगवान वैसा ही जोड़ा बना कर देते हैं. 👌
remember it- गलती करना इंसान का काम है भगवान का नहीं. 🌹🌹🌹
आपने तो अक्सर सुना होगा कि औरतें कहती है कि वह ठीक है लेकिन उसका पति बड़ा ही दुष्ट और घटिया इंसान है, लेकिन औरतें शायद भूल जाती हैं कि वह भी वैसी ही है जैसा उसका पति, बस वह केवल जन समाज में रिश्तेदारी में और दूसरी अन्य जगहों पर वह स्त्री अपने आपको अपने पति से बेस्ट साबित कर देती है जबकि पति अपने आपको अच्छा साबित नहीं कर पाता है.
अर्थात दोनों में समान दुस्टता होती है बस दोनों की दुस्टता का फॉर्मेट अलग-अलग हो सकता है या कुछ मामलों में समान भी हो सकता है लेकिन overall dono me दुस्टता का % लगभग बराबर ही रहता है .
इसलिए जो जैसा रहता है भगवान उसको वैसा ही जोड़ा बना कर देते हैं और किसी के साथ अन्याय नहीं करते
क्योंकि भगवान सबके मन का भाव जानते हैं कौन क्या सोच रहा है, और क्या कर रहा है क्योंकि वह अनंत ज्ञानी है, और जो पूरे अनंत का ज्ञानी है वह भला किसी तरह की गलती क्यों करेगा . जबकि मनुष्य मूर्ख और महामूर्ख तथा अज्ञानी प्रकार के होते हैं अतः ऐसे लोगों का गलती करना स्वाभाविक है.
इसलिए गलतियां करना इंसान का काम है भगवान का नहीं 🙏
अतः भगवान दुष्ट और आवारा स्त्रियों को दुष्ट और आवारा पति ही देते हैं और शुद्ध तथा पवित्र स्त्रियों को शुद्ध तथा पवित्र पति ही देते है.
जय श्री राम हर हर महादेव
🙏🙏🙏🙏🙏
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