बिना ज्ञान के अमरत्व कभी नहीं मिलेगा

  


केवल अपने बारे में ही सोचना है तो आप तो पशु की श्रेणी में आ गए, इस जीवन में अगर आप अच्छे कर्म करेंगे तभी अगले जीवन में हो सकता है कि आपको मुक्ति-मोक्ष  मिल जाए या इसी जीवन में ही  मोक्ष मिल सकता है यह सब कुछ आपके चाहत , निर्णय और  लाइफस्टाइल पर डिपेंड करता है मोक्ष का मतलब जो लोग नहीं जानते हैं उनके लिए बता दिया जा रहा है की मोक्ष का मतलब अमरत्व से है  अर्थात अर्थात अमरत्व मिलने के बाद आपको  बार-बार जीने या करने की प्रक्रिया से मुक्ति मिल जाएगी


 कितने लोग यह भी कहते हैं कि अरे यह मोक्ष कुछ भी नहीं होता है  यह सब फालतू है, जो लोग ऐसा कहते है या सोचते है तो उन लोगों को यह सोचना चाहिए की मोक्ष फालतू इसलिए है क्योकि आप कुछ समझ नहीं रहे है  या कुछ समझना ही  नहीं चाहते हैं .


आपने बस थोड़ी सी मौज मस्ती की चीज जान ली है और उसे ही मॉडर्न समझकर जी रहे हैं यानी मोटी भाषा में समझे तो केवल मॉडर्न के नाम पर मूर्खता ही सीखी है आपने और मूर्खता को अज्ञान  ही कहा गया है. शास्त्र में कहा ही गया है कि विद्या विनयं ददाति  अर्थात विद्या आपको शालीनता देती है विनयं का मतलब ही होता है कोमल या शालीनता. 

 हर इंसान को ज्ञान प्राप्त करके कोमल बनना  ही चाहिए , ज्ञान प्राप्त करेंगे तो ही  आप कोमल होंगे और धर्म ज्ञान प्राप्त करेंगे अर्थात श्री गीता शास्त्र का ज्ञान प्राप्त करेंगे तो  आप कोमल बनेंगे ही बनेंगे इसमें किसी तरह का संदेह नहीं है. और असली ज्ञानी व्यक्ति कोमल होता ही है उसके विचार और मुख से निकलने वाली आवाज दोनों ही कोमल होती है. इसलिए हर एक व्यक्ति को ज्ञान प्राप्त करना ही चाहिए क्योंकि यह जीवन की सबसे अमूल्य खजाना है और सबसे बढ़कर है .


Post a Comment

0 Comments