पहले अंग्रेज फिजिकली आए थे और इस समय अंग्रेज डिजिटली आये है गूगल ,युटुब ,फेसबुक, ट्विटर,इंस्टाग्राम ,लिंकडइन ,पिंटरेस्ट ,विंडो एंड्रॉयड ,आईफोन , यह सब जितने सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन है यह सब अमेरिकन है और यह सब सॉफ्टवेयर का इंडिया में बहुत ही ज्यादा उपयोग होता है जाहिर से बात है कि पहले अंग्रेज काफी फ्री में देते थे लेकिन जब लोगों को लत लग जाती थी तो वह उनको पेड कर देते थे यही हाल इन सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन का है आप इन एप्लीकेशन को तो फ्री में उपयोग कर सकते हैं लेकिन अगर इस पर आपको ऐड चलाना हो तो आप इन एप्लीकेशन को पैसे देंगे और उन एड्स का पैसा सीधे इन कंपनियों को चला जाएगा और कोई उसे देखेगा भी नहीं ,
देखेगा कैसे क्योंकि पैसा डिजिटली ही जाता है अर्थात एक सिग्नल के रूप में एक डाटा के रूप में जाता है इस तरह देश कंगाल हो रहा है और हमारे स्कूलों कॉलेज में पाठ्यक्रम अभी भी वही 20 साल पुरानी वाली चल रही है.
जबकि पूरा फोकस ए आई टेक्नोलॉजी पर होनी चाहिए थी क्योंकि आने वाला समय एआई टेक्नोलॉजी का ही है और उससे भी एक स्टेप आगे की सोचें तो ब्लॉकचेन पर इस समय जो लग जाएगा अर्थात काम करेगा वह आने वाले चार से पांच सालों में बहुत ही ज्यादा पैसा कमा लेगा लेकिन कोई इस पर ध्यान ही नहीं देता है लोग ध्यान तब देते हैं जब चीज मार्केट में पूरी तरह से फैल जाती है लेकिन तब तक बहुत देर हो जाती है।
आजकल तो गजब AI टूल निकले हैं अपना इमेज आप AI टूल पर अपलोड कर दीजिए और उसमें एडिट करने के लिए कुछ कमांड डाल दीजिए फिर आम का इमेज मनचाहे ढंग से आ जाएगा अगर मन चाहे ढंग से नहीं आता है फिर भी आप अपनी इमेज के मुंह को काटकर किसी अनुचित बॉडी के साथ जोड़कर फोटोशॉपी कर सकते हैं और बाद में इमेज टू वीडियो टूल की मदद से आप उस इमेज को वीडियो में बदल देंगे जिससे लगेगा कि वह वीडियो आपका ही है जबकि वह फर्जी वीडियो रहेगा
इस हिसाब से समझा जाए तो महिलाओं और स्त्रियों को अपना फोटो कभी भी व्हाट्सएप या दूसरे किसी सोशल मीडिया पर लगाना ही नहीं चाहिए क्योंकि यह बेहद ही खतरनाक और अपमानजनक सिद्ध हो सकता है जिससे की आत्महत्या की संख्या बहुत ही ज्यादा बढ़ जायेगी अतः सभी महिलाओं से निवेदन है कि वे अपना या अपने परिवार के महिला सदस्यों का फोटो किसी भी सोशल मीडिया पर शेयर ना करें।
अगर गीता का पूरा सार निचोड़ दिया जाए तो उसमें से बस केवल और केवल एक ही अर्थ निकलेगा और वह है कि व्यक्ति को फलहारी हो जाना चाहिए अर्थात अन्न को छोड़कर वह अपना जीवन शैली फल के साथ ही व्यतीत करें लेकिन यह बात कोई मानेगा नहीं क्योंकि ज्यादातर लोग डैमेज से ही सीखना चाहते हैं वह क्या जाने की यह श्री दुर्गा माता की वाणी है. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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