श्री गायत्री माता की आरती का पूरा पाठ निम्नलिखित है:
श्री गायत्री माता की आरती
ॐ जय गायत्री माता, जय जय गायत्री माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, सुख सम्पत्ति दाता॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
चन्द्र-वदनि पद्मासिनी, द्युति मंगलकारी।
सोम-सूर्य-सम-ज्योति, शubh फल-सुखकारी॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
कनक-वर्णा ललिताभा, शुद्धि बुद्धि प्रदाता।
वेद-रूपिणि वेदमाता, तुम्हें करो प्रणाता॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
त्राहि-त्राहि भगवति, संकट दूर करो।
विपदा हरो मातु, शरणागत-रक्षक॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
धन्य रूप-लावण्या, मंगल गुण धामा।
सुख सम्पत्ति की दाता, पूरण करो कामा॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
विश्व-रूपिणि जननी, जयति जयति भवानी।
सूर्यमण्डल-सम-शोभा, शांति सुख दानी॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
जो कोई गायत्री माता, की आरती गावे।
रिद्धि-सिद्धि सुख-सम्पत्ति, सुख-सम्पत्ति पावे॥
ॐ जय गायत्री माता...॥
गायत्री माता की आरती का नियमित पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति होती है। इसे विशेष रूप से पूजा के समय गाया जाता है ताकि देवी गायत्री की कृपा प्राप्त हो सके।
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